मैं अपने सफर में आगे तो बढ़ चुका था. मगर मेरा दिलो-दिमाग वहीं अटका था कि कहीं वो शख्स चिलचिलाती गर्मी में दोबारा से जैकेट और 4 स्वेटर न पहने हो. कहीं वो दोबारा सड़क किनारे की गंदगी न खा रहा हो.
from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी http://bit.ly/2DD6EHv
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment