 जिस लड़की के लिए मैंने मजहब बदला, शादी के महीनों बाद भी उसे मेरे साथ रहने की इजाजत नहीं. वो एक तरह से नजरबंद है. जबर्दस्ती खिलाई गई दवाओं से बदहवास. अपने ही घरवालों की मारपीट से सहमी. हम उन्हें कैसे समझाएं कि हर प्यार लव-जिहाद नहीं.
जिस लड़की के लिए मैंने मजहब बदला, शादी के महीनों बाद भी उसे मेरे साथ रहने की इजाजत नहीं. वो एक तरह से नजरबंद है. जबर्दस्ती खिलाई गई दवाओं से बदहवास. अपने ही घरवालों की मारपीट से सहमी. हम उन्हें कैसे समझाएं कि हर प्यार लव-जिहाद नहीं.from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2Npsty5
 
 
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