Social Icons

Pages

Friday 28 February 2020

'क़मर' जलालाबादी : 'ग़ज़ल न ऐसी सुना जिसको भूल जाऊं'

उन्होंने फिल्मों से हट कर भी अपनी शायरी का सिलसिला कभी टूटने नहीं दिया. 'रश्के-कमर' उनकी ऐसी ही गैरफिल्मी गजलों का संग्रह है. उनके अंदर के शायर ने जब-जब अंगड़ाई ली, ग़ज़ल वजूद में आई

from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2T7BWy4

No comments:

Post a Comment

 
Blogger Templates