 मुगल बादशाह (Mughal Emperor) अकबर के दरबार के नौ रत्नों में बीरबल (Birbal) का ओहदा अलग ही था.वह हाजिरजवाब भी थे और कठिन से कठिन मुश्किलों को पलभर में दूर करने वाले भी. वह बादशाह अकबर के सबसे जिगरी दोस्त भी थे. बीरबल की मौत ने अकबर को बुरी तरह तोड़ दिया.
मुगल बादशाह (Mughal Emperor) अकबर के दरबार के नौ रत्नों में बीरबल (Birbal) का ओहदा अलग ही था.वह हाजिरजवाब भी थे और कठिन से कठिन मुश्किलों को पलभर में दूर करने वाले भी. वह बादशाह अकबर के सबसे जिगरी दोस्त भी थे. बीरबल की मौत ने अकबर को बुरी तरह तोड़ दिया.from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/3aJsGZi
 
 
No comments:
Post a Comment